Krishi Bio Nitrex

कृषिबायो नाइट्रेक्स (राइजोबियम)

कृषि बायो नाइट्रेक्स दलहनी फसलो से संबधित है जो की दलहनी फसलो की जड़ो में जाकर जड़ ग्रंथिया बनाता है| यह ग्रंथिया अमोनिया उत्पादन में कारखाने की तरहकामकरती है| राइजोबियम दलहनी फसलो की जड़ो में सहजीवी के रूप में जुड़कर जड्ग्रंथियो का निर्माण करके वातावरण की नाइट्रोजन को स्थिर करता है|

लाभदायी फसले – सोयाबीन, मटर, लोबिया, मसूर, वर्सिम, मैथी, सेम, क्लोवर, अरहर, चना, मूंगफली आदि|

प्रयोग की विधि/ मात्रा

बीज उपचार 5-10 ml/10 ग्रामकृषि बायो नाइट्रेक्स को लेकर 1 कि.ग्रा बीज में अच्छे से मिलाकर बुवाई के आधा घंटा पहले तक छाया में रखकर सुखाए|

मृदा उपचार 1-2ltr/2kgकृषि बायो नाइट्रेक्स को लेकर 100-150कि.ग्राअच्छी तरह से सड़ी / पकी हुई गोबर की खाद में भलीभांति मिलाकर अंतिम जुताई व पहली सिंचाई के पहले एक एकड़ जमीन पर छिडकाव करे|

लाभ

  • कृषि बायो नाइट्रेक्स के प्रयोग से  जड़ ग्रंथियों की संख्या में बढोतरी होती है|
  • इसके प्रयोग से उपज में 10-30% तक बढ. जाती है|
  • बीजो के अंकुरण प्रतिशत में बढोतरी होती है|
  • यह सूखे से फसलो को बचाता है|

सावधानिया

  • कल्चर को कड़ी धुप तथा गर्म हवाओ से बचाए, कल्चर पेकैट को ठंडे स्थान पर रखे|
  • बीजोपचार छाया में करे|
  • जैव उर्वरक को रासायनिक खाद तथा अन्य कीट फफूंद नाशक के सीधे संपर्क में ना आने दे|
  • कल्चर की सम्पूर्ण मात्रा को एक ही बार उपयोग में ले|