कृषिबायोएक्सचेंज (आन्तरिक मायकोराइजल कवक)
जैविक क्षमता
- जनसंख्या घनत्व 100 I.P. /gm. (Min.)
- शुष्मजीवीय एड्जुवेंट 2-3 %
- मीडियम अवशेष 97-98 %
कृषि बायो एक्सचेंजपारस्परिक सहजीवी मिट्टी में रहने वाला लाभदायी कवक है| यह हमारी आर्थिक फसलो को जड़सडन, जड़गलन, जड़गांठ आदि रोगों से बचाने में सहायक होता है| चुकी यह कवक जीवित सहजीवी होने के कारण पोधो की जड़ो के अंदर वृद्दि कर अपना जीवन चक्र पूरा करता है| खेतो में इस कवक की कमी होने पर पोधे बोने रह जाते है एवं पोधो की वृद्दि रुक जाना जेसे लक्षण आसानी से देखे जाते है|
यह मायकोराइजल कवक फसल वाले पोधो से जल शोषण एवं पोषक तत्वों जेसे की नाट्रोजन, फोस्फोरस, पोटाश, कॉपर, जिंक, सल्फर, कैल्सियम, एलुमिनियम, मैग्नीशियम, मग्निज, आयरन आदि की उपलब्धता बढाने में सहायक होता है| इसके उपयोग से कृतिम तरीके से बनाये गये उर्वरक फोस्फोरस की 20 – 30% तक बचत की जा सकती है|
मायकोराइजल कवक सामान्यतः पोधो की जड़ो मेंसूखेपन की विषम परिस्तिथियों, विपरीत मृदा पी. एच., म्रृदाजनित रोग कारको, न्यूनतम पोषक तत्वों की उपलब्धता, विपरीत तापक्रमो आदि से बचाने में सहायक होता है| मायकोराइजल कवक मिट्टी से भोजन लेने वाली पोधो कीजड़ो को आलू, अरहर, मिर्ची, निब्बू प्रजाति की अंगमारी, जड़सडन, जड़गलन, जड़गांठ, तनागलन, जड़सुखन, सुत्रक्रमियो के संक्रमण के प्रति फसल वाले पोधो में प्रतिरोधक क्षमता पैदा करके म्रदाजनित जनित रोगों से बचाता है| मायकोराइजल समुदाय मिट्टी में पाए जाने वाले लाभदायी सुश्मजीवो जेसे असहजिवी जीवाणु, फॉस्फेट घोलक जीवाणु आदि की संख्या के रखरखाव को बनाये रखता है| मायकोराइजल कवक मिट्टी के स्वस्थ एवं पादप के लिए नवरत्न है| यह वातावरण, पशुओं और मानवजाति के लिए पूर्णता सुरक्षित है|
सभी आर्थिक फसलो के लिए लाभदायी है|
प्रयोग की मात्रा– 2kg मायकोराइजल कवक को 100 kg पूर्णत सड़ी/ पकी हुई गोबर की खाद एवं महीन खेती योग्य मिट्टी में अच्छी तरह मिलाकर सिचाई से पहले एक एकड़ जमीन केउपर छिडके|