कृषि बायो मेट्रिक्स (अजोस्पाईरिलम)
कृषि बायो मेट्रिक्स- अजोस्पाईरिलम सह्जीवो के रूप में कई पौधो में विशेषकर जिसमे की प्रकाश संश्लेषण का C4 डाई कर्बोक्सिलिक पाथ होता है, पाया जाता है | यह कई अदलहनी फसले चारे वाली फसले और सब्जियां आदि में यह नत्रजन स्थरीकरणमें सहायक होता है|इस के अतिरिक्त पौधो की बढ़वार के लिए आवश्यक हारमोन्स भी प्रदान करता है|
लाभदायी फसले : धान, गेहू, मक्का, कपास, गन्ना, बाजरा, आलू, गोभी, बैगन, मटर, खीर, सरसों, ज्वार, आम, प्याज, लहसुन, मिर्ची, फूलगोभी आदि
उपयोग की विधि/ मात्रा
बीज उपचार – 7-10 ml/10grm कृषि बायो मेट्रिक्स को लेकर 1 kg बीज में अच्छे से मिलाकर बुवाई के आधा घंटा पहले तक छाया में रखकर सुखाये|
मृदा उपचार – 1-2ltr/2kg कृषि बायो मेट्रिक्स को 100kg अच्छी तरह से सडी हुई गोबर की खाद मेंभलीभाती मिश्रित करे और इसको अंतिम सिचाई से पहले प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में छिडकाव करे|
संग्रहण अवधि – 1 वर्ष, यदि ठण्डे स्थान पर संगृहीत किया गया हो |
सावधानिया
- कल्चर को कड़ी धुप तथा गर्म हवाओ से बचाए, कल्चर पेकैट को ठंडे स्थान पर रखे|
- बीजोपचार छाया में करे|
- जैव उर्वरक को रासायनिक खाद तथा अन्य कीट फफूंद नाशक के सीधे संपर्क में ना आने दे|
- कल्चर की सम्पूर्ण मात्रा को एक ही बार उपयोग में ले|
प्रतिकारक – लक्षनानुसार इलाज करे